Chapter: दूसरा अधिकार
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Paragraph #: 1
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Summary:
Short answer type question:-
Q.1 एक समय में कितने परमाणु बंधते हैं?
उत्तर :--एक समय प्रबद्ध
Q.2 एक समय प्रबद्ध में कितने परमाणु होते हैं?
उत्तर- (i) अभव्य X अनंतगुणा
(ii) सिद्ध राशि/अनंत भाग
Q.3 क्या एक समय में बंधे परमाणु अगले समय से ही उदय में आने लगते हैं?
Ans- नहीं, अगले समय से ही उदय में नहीं आते। आबाधा काल को छोड़ कर उदय में आते है।
Q.4 क्या परमाणुओं के उदय में आने का कोई क्रम हैं?
उत्तर- हाँ एक समय में बंधे हुए परमाणु आबाधा काल को छोड़कर अपनी स्थिति के जितने समय हैं उतने समय में फैल जाते हैं, फिर क्रम से उदय में आते हैं।
Q.5 आबाधा काल किसे कहते है?
उत्तर- प्रतिसमय बंधे परमाणु एक निश्चित समय तक उदय में नहीं आते, वही समय सीमा आबाधा काल कहलाती है।
Q.6 आयु कर्म की आबाधा की किस प्रकार गणना की जाती हैं?
उत्तर- जिस समय जीव अगले भव की आयु बांधता है उसके अगले समय से लेकर वर्तमान भव की उसकी जो आयु शेष है वह उस जीव की आयु कर्म की आबाधा होती है।
Q.7 एक कोड़ाकोड़ी वर्ष स्थिति वाले कर्म की आबाधा कितनी होती है।
उत्तर-100 वर्ष
Q.8 क्या एक समय में एक ही प्रकार के कर्म उदय में आते हैं?
उत्तर- नहीं; बहुत समयों में बँधे अनेक कर्मों के परमाणु जो कि एक समय मे उदय आने योग्य हैं , इकट्ठे होकर उदय में आते हैं।
बहुविकल्पी:-
1: एक समय मे कितने परमाणु बंधन को प्राप्त होते हैं?
(A) संख्यात
(B) असंख्यात
(C)अनंत ✅
(D) कोई नहीं
2. जीव को प्रतिसमय एक समय प्रबद्ध जो परमाणु बंधते है उनका क्या कारण है?
A) योग ✅
(b) कषाय
3. कौन सी कर्म प्रकृति में आबाधा काल का सामान्य नियम घटित नहीं होता है?
(a) ज्ञानावरण
(b) दर्शनावरण
(c) आयु ✅
(d) नाम
4. जिस जीव ने अगले भव की आयु बाँध ली हो क्या उस जीव के कदलीघात मरण संभव है?
(a) हाँ
(b) नहीं✅
(c) शायद
(d) पता नहीं
हाँ या ना में उत्तर दें!
1. मनुष्यों की संख्या स्थिर है।
Ans- नहीं'
२. जितनी लंबी कर्म की स्थिति उतना बड़ा आबाधा काल होता है।
Ans-हां
3.भव्य जीवों की संख्या कम होती रहती है।
Ans- हाँ
4. अभव्यों की संख्या कम बढ़ नहीं होती है।
Ans- हाँ
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