Class Date: 28-12-23
Chapter: दूसरा अधिकार
Page#: 32
Paragraph #: 1, 2, 3
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Summary:
रिक्त स्थान भरे
1. स्थावर पर्याय (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, प्रत्येक वनस्पति) मै रहने का _____ उत्कृष्ट काल होता है।
उ. असंख्यात कल्पकाल
2. १ कल्पकाल का समय ____ सागर का होता है।
उ. २० कोड़ा कोड़ी
3. कोड़ा कोड़ी मतलब ______X________ |
उ. करोड़, करोड़
4. त्रस पर्याय मै रहने का उत्कृष्ट काल _____ होता है।
उ. साधिक २००० सागर
5. इतर निगोद मै रहने का उत्कृष्ट काल _____ होता है।
उ. ढाई पुद्गल परवर्तन
6. नित्य निगोद मै रहने का उत्कृष्ट काल _____ होता है।
उ. अनादि अनंतकाल
7. एक इन्द्रिय पर्याय मै रहने का उत्कृष्ट काल _____ होता है।
उ. असंख्यात पुद्गल परावर्तन
8. बड़े ना राशि_____, घटे न जीव______, जैसी की तैसी रहे, यह _______विनोद |
उ. अनंतता,निगोद, जिनवचन
9. एक इन्द्रिय पर्याय की अपेक्षा अन्य पर्याय प्राप्त करना _____ के सामान है |
उ. काक-तालिय-न्यायवत
उत्तर लिखिए
1. एक इन्द्रिय पर्याय मै रहने का उत्कृष्ट काल असंख्यात पुद्गल परावर्तन कैसे होता है?
उ. कोई इतर निगोदिया जीव ढाई पुद्गल परावर्तन का उत्कृष्ट काल बिताकर, फिर पृथ्वीकायिक आदि स्थावर पर्याय मै उत्पन्न हो, वह कुछ काल बिताकर वापस इतर निगोद पर्याय मै आये, वहां फिर ढाई पुद्गल परवर्तन का उत्कृष्ट काल बिताकर दोबारा किसी स्थावर पर्याय को प्राप्त हो, ऐसा असंख्यात बार परिभ्रमण करते हुए एक इन्द्रिय पर्याय मै उत्कृष्ट काल असंख्यात पुद्गल परावर्तन बिताया जा सकता है |
2. वह ६०८ कोनसे जीव होते है, जो नित्य निगोद से निकलते है?
उ. जीव के भाव और भाग्य दोनों ही कारण बनते है |
3. जब एक समय मै ६०८ जीव मोक्ष जाते है तोह शिखरजी की टोंक से इतने कोड़ा-कोड़ी मुनि मोक्ष कैसे गए?
उ. वह एक समय की संख्या नहीं है, परन्तु पुरे चतुर्थ काल के अलग-अलग समयो मै मुक्त हुए जीवो का जोड़ है |
4. १७/३ कितना होता है?
उ. 5.666666666666666666666666666666666666666666666-अनंत बार ६ |
5. त्रस पर्याय मै रहने का जघन्य काल क्या है?
उ. एक अन्तर्मुहूर्त काल, मतलब ४८ मिनट से कम |
6. काक-तालिय-न्यायवत का क्या मतलब है?
उ. कोई व्यक्ति ताली बजाए, तोह उस ताली की तरंग से कोई आम पेड़ से गिरे और उसी समय कोई कौआ वहां से निकले और वह आम उसकी चौच मै आ जाए | इसी तरह ही मुझे यह वर्तमान जीवन प्राप्त हुआ है |
7. यह सब काल परिभ्रमण जानने से मुझे क्या सीख मिली?
उ. मै अनन्तो जीवो मै से वह जीव हूँ, जिसे यह दुर्लभ त्रस पर्याय, मनुष्य गति, उत्तम कुल, सत-संगती प्राप्त हुई है, मुझे संसार के सभी सुख मिले है, जिन्हे मै दुःख कहता हूँ, वास्तव मै वे निगोदिया आदि जीवो की अपेक्षा पहाड़ के सामने राइ बराबर भी नहीं है, अगर मुझे कोई दुःख है तोह वह इस संसार मै परिभ्रमण का दुःख है, जन्म-जरा-मृत्यु का ही एक मात्र मुझे दुःख है |
सही/गलत लिखिए
1. ऐसे भी अनंते जीव है जो आज तक निगोद के अलावा किसी अन्य अवस्था को प्राप्त नहीं हुए है |
Ans- सही
2. हर ६ महीने ८ समय मै निगोद से ६०८ जीव अन्य पर्याय को प्राप्त होते है |
Ans- सही
3. हर ६ महीने ८ समय मै संसार से ६०८ जीव मुक्त होते है |
Ans- सही
4. ज्योंकि हर ६ महीने मै जीव मुक्त हो रहे है, तोह संसार जीव राशि अनंत काल बाद ख़तम हो जाएगी |
Ans- गलत, १ और २ के बीच मै अनंत संख्या
5. ज्योंकि हर ६ महीने मै निगोद से ६०८ जीव निकलते है, तोह अनंत काल बाद निगोद राशि ख़तम हो जाएगी |
Ans- गलत, १ और २ के बीच मै अनंत संख्या
6. तीन काल मै भी एक निगोद शरीर के भी जीव निगोद पर्याय से बहार नहीं निकलते है |
Ans- सही
7. क्या कोई जीव निगोद से निकलकर १ सेकंड के लिए मनुष्य पर्याय को प्राप्त कर वापस निगोद मै जा सकता है?
Ans- हा
8. मुहूर्त मतलब ४८ मिनट |
Ans- सही
9. अन्तर्मुहूर्त मतलब ४८ मिनट से ज्यादा समय |
Ans- गलत, ४८ मिनट से कम को अन्तर्मुहूर्त कहते है |
10. जैसे सागर मै एक बूँद होती है वैसे ही एक इन्द्रिय पर्याय से त्रस पर्याय का धारण होना होता है |
Ans- सही
Notes Written By Ayushi Jain.