Monday, October 23, 2023

Class Date: 21-10-23
Chapter: पहला अधिकार 
Page#: 15
Paragraph #: 2 , 3 & 4
YouTube link: Summary:
https://www.youtube.com/live/QeLj-gnI7wA?si=Ro7kCpLF-T_K_QWF


सही विकल्प चुने - 


1. वक्ता का, आजीविका की ओर से स्वरूप -

a) श्रोताओं से अनाश्रित रहकर अपनी आजीविका का स्वयं प्रबन्ध करनेवाला
b) आजीविका के लिए जिनसूत्र से कभी भी समझौता न करनेवाला 
c) जैनधर्मानुसार ही अपनी आजीविका चलानेवाला
d) उक्त सभी 

Ans. - d) उक्त सभी 

2. श्रोता को निःशंक करने के लिए वक्ता के लिए जरूरी है -
 
a) ज्ञान के साथ उसकी इमानदारी ! 
b) प्रसन्न, सहज रहकर मधुर वचनों से समुचित समाधान करना तथा हतोत्साहित किये बिना, उसे समझ आयेगा ऐसा विश्वास दिलाना ! 
c) किसी विषय का ज्ञान न हो या याद नहीं हो तो बाद में देखकर बताना !
d) उक्त सभी

Ans. - d) उक्त सभी 

रिक्त स्थानों की पूर्ति करो 

1. अपनी मनमर्ज़ी से उत्तर देने से, श्रोताओं का ____ तो होगा ही साथ ही वक्ता की ____ भी नहीं रहेगी । 

Ans- (अकल्याण, प्रामाणिकता)

2. शेखी बघारने वाले वक्ता की कोई महिमा नहीं रहती, उसके बातों की भी कोई ____ नहीं रहती । 

Ans-(महिमा)

सही गलत बताओ -

1. वक्ता भी भगवान जैसे सर्वज्ञ होता है ।

 Ans-(गलत)
 
2. लोक में निंदनीय हो ऐसे काम करनेवाले वक्ता से (जैन)धर्म की अप्रभावना ही होती है ।

Ans- (सही) 

एक शब्द में उत्तर दो -


1. धवल, जयधवल तथा महाधवल जैसे सिद्धान्त ग्रन्थों का हिन्दी में गूढ़ गम्भीर अनुवाद करने वाले प्रसिद्ध विद्वान - ____

Ans-  (पं. फूलचन्द जी शास्त्री) 

2. विषय को अच्छी तरह से समझाकर फिर श्रोताओं के मन में उठने वाले प्रश्नों का तर्क-युक्ति से समाधान करके फिर विषय का कथन करना, इस तरह धारावाहिक प्रवाह से रचित प्रथम, प्रसिद्ध ग्रन्थ - ____ 

Ans- (मोक्षमार्ग प्रकाशक) 

एक वाक्य में उत्तर दीजिए -


1. वक्ता को पढ़ाने के पहले क्या करना चाहिए ? 

Ans- जिस विषय पर प्रभुत्व है ऐसा विषय भी क्यों न हो लेकिन प्रवचन पूर्व, उस पढ़े हुए विषय को भी एक बार अवश्य देखना-पढ़ना चाहिए । 

2. धन को धर्मशास्त्र से न जोड़ने से क्या होगा ?

Ans- श्रोता तथा वक्ता का कल्याण बना रहेगा ।

संक्षेप में उत्तर दीजिए -


1. बिना किसी स्वार्थ के व्याख्यान करनेवाले वक्ता की आवश्यकता क्यों बतलाई है ?

Ans- वक्ता वस्तु का यथार्थ स्वरूप कथन भी नहीं कर पाएगा । धन के लालच में, श्रोता की बताने लायक गलती को भी अनदेखा करना पड़ेगा और गलती न बताने से उसमें सुधार कैसे होगा ?

2. प्रवचन के समय वक्ता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

Ans-

a) लोगों की रूचि अनुसार विषय पढ़ायें ।
b) किस श्रोता को कितना, क्या समझ में आ रहा है इसका ज्ञान रखें ।
c) पढ़ाने का ढंग ऐसा हो जिससे श्रोताओं को नींद ना आए ।
d) समय पर प्रवचन समाप्त करें ।

Notes Written By - Dipali Gandhi.

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