Saturday, October 21, 2023

Class Date: 20-10-23
Chapter: पहला अधिकार 
Page#: 14
Paragraph #: 1, 2
YouTube link: Summary: 
https://www.youtube.com/live/DUYUf9U4ORo?si=xODKNUCfRXeRz-tp

Fill in the blanks : 

1) ------शास्त्र मोक्षमार्ग का प्रकाश करते हैं।

Ans - वीतरागी

2)श्रोता स्वयं ही से------बुद्धि के धारक है।

Ans - हीनबुद्धि

3)----- करने से शास्त्र वाचने योग्य बुध्दि प्रगट होती है।

Ans - विद्याभ्यास

4)वक्ता को ----- भंग करने का भय बहुत होता है।

Ans - जिन आज्ञा

 True/False:

1) धर्मशास्त्र में वक्ता श्रोता से ज्यादा बुद्धिमान होता है।

Ans- (T) 
 
2) वक्ता को ज्ञानी होने से पहले श्रद्धानी नहीं होनी चाहिए।

Ans- (F) 

3)वक्ता को समझ में आना चाहिए की निश्चयनय और व्यवहारनय का व्याख्यान किस अभिप्राय से है और कब कौनसा व्याख्यान दिया जाए। 

Ans- (T) 

4) कोई व्यक्ति बहुत गुण वाला है विद्या भी है परंतु सूत्र के अनुसार नहीं बोलता है फिर भी गृहण कर लेना चाहिए।

Ans- (F) 

Short answer type question:

1)वक्ता किसे कहते हैं?

Ans - वचनों को कहने वाले को वक्ता कहते है।

2)कौनसे शास्त्र पढ़ने सुनने योग्य है?

Ans - जिनसे जीव का मोह राग द्वेष घटे, मिटे और पाप की वासना कम हो।

3) वक्ता कैसा होना चाहिए?

Ans - 
•जो जैन धर्म का दढ़ श्रद्धानी हो।
•जिसे अच्छा विद्याभ्यास हो। 
•निश्चयनय और व्यवहार नय का प्रयोजन पहचान ने वाला हो।
•जिसे जिन आज्ञा भंग करने का बहुत भय हो।

4) वक्ता दृढ़ श्रद्धानी क्यों होना चाहिए?

Ans -क्योंकि श्रद्धान ही सर्व धर्म का मूल है।

Notes Written By - Khushi Jain.

1 comment:

Vikas said...

Good. Thanks for posting.