Thursday, October 19, 2023

Class Date: 17-10-23
Chapter: पहला अधिकार 
Page#: 11&12
Paragraph #: pg no. 11 (4) & pg no. 12 (1-5)
YouTube link:  https://www.youtube.com/live/FAB6VAekNyg?si=Lf3hlXIACzYesoCQ
Summary:

एक शब्द में उत्तर दे-

1.सत्यार्थ का क्या अर्थ हैं?

उ. शूद्ध अर्थ

2.असत्यार्थ पद की रचना बिना किसके नहीं हो सकती?

उ.तीव्र कषाय

3. मूल उपदेश दाता कौन है?

उ. तीर्थंकर केवली

4. सेती मतलब क्या होता है?

उ. 7

5. गणधर आचार्य की कषाय कैसी होती है?

उ. जल पर खींची रेखा के समान

सही गलत में उत्तर दो-

1. तीव्र कषाई जेनी होता है?

उ. गलत

2. जो भगवान अरहंत के भक्त हैं वे विषय कषाय नहीं जानते?

उ.सही

3. जिन्हें सब धर्म में विश्वास है वे श्रधानी गृहस्थ है?

उ.गलत

4. होली दशहरा जिन धर्म का त्यौहार है?

उ.गलत

5. जिन आजा भंग करने का भय होगा वहीं जिन श्रधानी होगा?

रिक्त स्थान की पूर्ति करो

1. नैवेद्य का अर्थ —--- होता है|

उ.खाद्य सामग्री

2. गणधर आचार्य —-–-------- परिग्रह के त्यागी होते हैं।

उ.अंतरंग व बहिरंग

3. —----- में कषाय करने से —-------- करके कषाय करना बड़ा पाप है|

उ.मोह के उदय,जिन आज्ञा भंग

4. सम्यक दृष्टि श्रावक को —----------- में दृढ़ श्रद्धा होता है।

उ.देव शास्त्र गुरु

5. जिन धर्म —------ का नाश करने वाला है।

उ.सर्व कषाय उ.सही

Notes Written By - Neha Gangwal.



1 comment:

Vikas said...

1.सत्यार्थ का क्या अर्थ है?
सत्यार्थ का अर्थ - "सत्य वास्तविक अर्थ (वस्तु)" है |

"5. जिन आजा भंग करने का भय होगा वहीं जिन श्रधानी होगा?"
-> इसे ठीक करें | -> जिन आज्ञा करने का भय होगा, वही जिन-श्रद्धानी होगा?

"3. —----- में कषाय करने से —-------- करके कषाय करना बड़ा पाप है|
उ.मोह के उदय,जिन आज्ञा भंग"

इसे सरल शब्दों में करना है | जैसे
3. कषाय करने से —-------- करना, बड़ा पाप है|
उ.जिन आज्ञा भंग

"5. जिन धर्म —------ का नाश करने वाला है।
उ.सर्व कषाय उ.सही"

यहाँ का सही वाला उत्तर सही/गलत वाले सेक्शन में जाएगा |